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"भारती वन्दना / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"" के अवतरणों में अंतर

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भारति, जय, विजय करे<br>
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शतमुख-शतरव-मुखरे!
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11:49, 9 जुलाई 2013 के समय का अवतरण

भारति, जय, विजय करे
कनक-शस्य-कमल धरे!

लंका पदतल-शतदल
गर्जितोर्मि सागर-जल
धोता शुचि चरण-युगल
स्तव कर बहु अर्थ भरे!

तरु-तण वन-लता-वसन
अंचल में खचित सुमन
गंगा ज्योतिर्जल-कण
धवल-धार हार लगे!

मुकुट शुभ्र हिम-तुषार
प्राण प्रणव ओंकार
ध्वनित दिशाएँ उदार
शतमुख-शतरव-मुखरे!