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"दलित जन पर करो करुणा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"" के अवतरणों में अंतर

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हरे तन मन प्रीति पावन,
 
हरे तन मन प्रीति पावन,
मधुर हो मुख मनोभावन,
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मधुर हो मुख मनभावन,
 
सहज चितवन पर तरंगित
 
सहज चितवन पर तरंगित
 
हो तुम्हारी किरण तरुणा
 
हो तुम्हारी किरण तरुणा
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समुद्धत मन सदा हो स्थिर,
 
समुद्धत मन सदा हो स्थिर,
 
पार कर जीवन निरंतर
 
पार कर जीवन निरंतर
रहे बहती भक्ति वरूणा
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रहे बहती भक्ति वरूणा।
 
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18:59, 9 जुलाई 2013 का अवतरण

दलित जन पर करो करुणा।
दीनता पर उतर आये
प्रभु, तुम्हारी शक्ति वरुणा।

हरे तन मन प्रीति पावन,
मधुर हो मुख मनभावन,
सहज चितवन पर तरंगित
हो तुम्हारी किरण तरुणा

देख वैभव न हो नत सिर,
समुद्धत मन सदा हो स्थिर,
पार कर जीवन निरंतर
रहे बहती भक्ति वरूणा।