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"हँस के हर एक गम को मैं सहता रहा तेरे बगैर / अबू आरिफ़" के अवतरणों में अंतर
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− | रात भर तनहाई में जलता रहा | + | रात भर तनहाई में जलता रहा तेरे बगैर |
− | फूल सा बिस्तर मुझे चुभता है | + | फूल सा बिस्तर मुझे चुभता है काँटों की तरह |
चाँदनी से ये बदन जलता रहा तेरे बगैर | चाँदनी से ये बदन जलता रहा तेरे बगैर | ||
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ये मेरी तनहाइयाँ डसती है नागिन की तरह | ये मेरी तनहाइयाँ डसती है नागिन की तरह | ||
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15:49, 27 जुलाई 2013 के समय का अवतरण
हँस के हर एक गम को मैं सहता रहा तेरे बगैर
रात भर तनहाई में जलता रहा तेरे बगैर
फूल सा बिस्तर मुझे चुभता है काँटों की तरह
चाँदनी से ये बदन जलता रहा तेरे बगैर
मयकदे मे अब नहीं है कैफ व मस्ती व सुरूर
हाथ में सागर लिए फिरता रहा तेरे बगैर
उफ ये नशा-ए-हिज्र ये सरगोशी-ए-बाद-ए-सबा
रातभर मैं करवटे लेता रहा तेरे बगैर
ये मेरी तनहाइयाँ डसती है नागिन की तरह
आरिफ़ ये गम-ए-दिल है सुलगता रहा तेरे बगैर