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"सफ़र की तैयारी / रति सक्सेना" के अवतरणों में अंतर
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तुमने घड़ी उठाई, | तुमने घड़ी उठाई, | ||
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वक़्त तुम में भरने लगा | वक़्त तुम में भरने लगा | ||
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सुइयों से नापता हुआ | सुइयों से नापता हुआ | ||
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पेन में भर लिया तुमने | पेन में भर लिया तुमने | ||
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सारा कि सारा आत्मविश्वास | सारा कि सारा आत्मविश्वास | ||
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कुछ लिया इधर से | कुछ लिया इधर से | ||
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कुछ उधर से | कुछ उधर से | ||
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हड़बड़ाते हुए चल दिए | हड़बड़ाते हुए चल दिए | ||
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फिर एक सफ़र पर | फिर एक सफ़र पर | ||
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तुम्हारी घड़ी की सुई ने टोका | तुम्हारी घड़ी की सुई ने टोका | ||
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कुछ भूल तो नहीं गए | कुछ भूल तो नहीं गए | ||
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नहीं, तुमने सिर हिलाया | नहीं, तुमने सिर हिलाया | ||
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चल दिए, | चल दिए, | ||
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आधा रास्ता पार कर | आधा रास्ता पार कर | ||
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तुम्हें कुछ याद आया | तुम्हें कुछ याद आया | ||
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इधर मेरे मोबाइल पर | इधर मेरे मोबाइल पर | ||
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संदेश आया | संदेश आया | ||
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जा रहा हूँ | जा रहा हूँ | ||
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ध्यान रखना | ध्यान रखना | ||
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18:17, 29 अगस्त 2013 के समय का अवतरण
तुमने घड़ी उठाई,
वक़्त तुम में भरने लगा
सुइयों से नापता हुआ
पेन में भर लिया तुमने
सारा कि सारा आत्मविश्वास
कुछ लिया इधर से
कुछ उधर से
हड़बड़ाते हुए चल दिए
फिर एक सफ़र पर
तुम्हारी घड़ी की सुई ने टोका
कुछ भूल तो नहीं गए
नहीं, तुमने सिर हिलाया
चल दिए,
आधा रास्ता पार कर
तुम्हें कुछ याद आया
इधर मेरे मोबाइल पर
संदेश आया
जा रहा हूँ
ध्यान रखना