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अर बातां बध ज्यांवती बेल दांई | अर बातां बध ज्यांवती बेल दांई | ||
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बां बेला माथै पसरगी है अम्बर बेल, | बां बेला माथै पसरगी है अम्बर बेल, | ||
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13:35, 16 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
राम-राम सा!
राम-राम!
किस्यौ गाम आपरौ?
अर बातां बध ज्यांवती बेल दांई
फूटरी!
हमै
बां बेला माथै पसरगी है अम्बर बेल,
जिन्नगी जेळ!
अर सबद साख भरै
झूठ री!