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"घर में रमती कवितावां 7 / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर
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14:12, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
म्हैं जद
टाबरां नै
ऐकला छोड‘र
गांव-गांवतरै जावूं
म्हारी छात
म्हारी छाती पर रैवै।