भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"घर में रमती कवितावां 8 / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामस्वरूप किसान |संग्रह=आ बैठ बात करां / रामस्व…) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
|संग्रह=आ बैठ बात करां / रामस्वरूप किसान | |संग्रह=आ बैठ बात करां / रामस्वरूप किसान | ||
}} | }} | ||
− | + | {{KKCatRajasthaniRachna}} | |
{{KKCatKavita}} | {{KKCatKavita}} | ||
<Poem> | <Poem> | ||
− | |||
म्हारी छात पड़गी | म्हारी छात पड़गी | ||
पच्चासूं छोटी-छोटी | पच्चासूं छोटी-छोटी | ||
पंक्ति 16: | पंक्ति 15: | ||
गयोड़ा हा | गयोड़ा हा | ||
टक्कर मारता फिरै। | टक्कर मारता फिरै। | ||
− | + | </poem> | |
− | </ | + |
14:13, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
म्हारी छात पड़गी
पच्चासूं छोटी-छोटी
गुवाड़ी उजड़गी
चिड़ौ-चिड़ी
चून ल्यावण
गयोड़ा हा
टक्कर मारता फिरै।