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"घर में रमती कवितावां 24 / रामस्वरूप किसान" के अवतरणों में अंतर

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14:41, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

छात पर चढ़‘र
चांद देखै
अर

आंगणैं में
ईद मनावै।