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"मारो ना कोई ललन पर टोना / महेन्द्र मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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मारो ना कोई ललन पर टोना।
मिथिला पुर के सखिया सेयानी आपन संभार लेहु नैना।
जइसन सिया जी बनीं सलोनी ओइसे सियावर सलोना।
माता-पिता के बस कुछ नाहीं करम लिखा सोई होना।
मधुरी रूप महेन्दर निरखे इहे बियाह इहे गवना।