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"इश्क़ के फूल / हरकीरत हकीर" के अवतरणों में अंतर
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13:14, 26 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
मैं अपनी नज्मों से
इश्क़ के सारे फूल
तुम्हारे पैरों पर रख दूंगी
तुम उन्हें …
गीतों में पिरोकर
मुहब्बत को
इक नया अर्थ देना ….