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"हथेलियाँ / रेखा चमोली" के अवतरणों में अंतर

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जब दुखी या परेशान होती तब भी
 
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मैंने पूछा, ऐसा क्यों करती हैं?
 
मैंने पूछा, ऐसा क्यों करती हैं?
बोलीं, ''हथेलियों पर उसकी सूरत नजर आती है''
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बोलीं, "हथेलियों पर उसकी सूरत नजर आती है"
मैने कहा, ''उसकी सूरत से यह दुनिया नहीं चलती''
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मैने कहा, "उसकी सूरत से यह दुनिया नहीं चलती"
वे बोलीं, ''उसकी सूरत के बिना भी तो नहीं चलती ''
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वे बोलीं, "उसकी सूरत के बिना भी तो नहीं चलती"
 
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20:38, 28 जनवरी 2014 के समय का अवतरण

वो रोज उठकर
अपनी हथेलियाँ देखती
उन्हें आँखों से लगातीं
जब खुश होती तब भी
जब दुखी या परेशान होती तब भी
मैंने पूछा, ऐसा क्यों करती हैं?
बोलीं, "हथेलियों पर उसकी सूरत नजर आती है"।
मैने कहा, "उसकी सूरत से यह दुनिया नहीं चलती"।
वे बोलीं, "उसकी सूरत के बिना भी तो नहीं चलती"।