भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"दहेज‌ / प्रभुदयाल श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रभुदयाल श्रीवास्तव |अनुवादक= |स...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

23:43, 29 जून 2014 के समय का अवतरण

अपने मम्मी पापा के संग ,
चुहिया पहुंची थाने|
बोली चूहे के घरवाले,
हैं दहेज दीवाने|

शादी के पहले से ही वे,
मांग रहे हैं कार|
बंद करो थाने में उनको,
चटपट थानेदार|

इस पर भालू कॊतवाल ने,
चूहे को बुलवाया|
थाने में घरवालों के संग,
उसको बंद कराया|