भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पाहुन सिन्दूर लियऽ हाथ सोन सुपारी के साथ / मैथिली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=मैथिली |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह= बिय...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
00:59, 1 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
पाहुन सिन्दूर लियऽ हाथ सोन सुपारी के साथ
सीता उधारि लियऽ माथ सिन्दूर लेबऽ लए
बीति रहल अछि लग्न अहाँ धनुष कयलौं भंग
सब छथि आनन्दमग्न आशीष देबऽ लए
रघुवर शिर शोभनि मौर सीता सब दिन पुजथि गौर
आजु पूजल हमर और नृपति होबऽ लए