भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सीता-राम, उर्मिला-लक्ष्मण / हनुमानप्रसाद पोद्दार" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Mani Gupta (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हनुमानप्रसाद पोद्दार |अनुवादक= |...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:31, 10 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
सीता-राम, उर्मिला-लक्ष्मण, माण्डवि-भरत मंगलाधार।
शुचि, श्रुतिकीर्ति-शत्रुहन्, गौरी-हर, भुशुण्डि, हनुमान उदार॥
आदि महाकवि बाल्मीकि मुनि, तुलसीदास भक्त सुखधाम।
अष्ट अष्टदल-मध्य सुशोभित, केन्द्र राम-सीता अभिराम॥
मंगलमय इनका जो करता श्रद्धायुत नित पूजन-ध्यान।
पाकर सीताराम-प्रेम वह बनता परम भक्त मतिमान॥