भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बीबी तेरे बाबा जी खड़े / हरियाणवी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |भाषा=हरियाणवी |रचनाकार=अज्ञात |संग्रह=शा...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 17: | पंक्ति 17: | ||
मैं तो मांग अजुध्या जी का राज | मैं तो मांग अजुध्या जी का राज | ||
तख्त बैठी हुकम करूं | तख्त बैठी हुकम करूं | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
</poem> | </poem> |
14:49, 13 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बीबी तेरे बाबा जी खड़े
राम-रथ हांक दिया
बीबी मांगणा हो सोए मांग
अभी तो तनैं मिल सकदा
मैं तो बर मांगूं भगवान
देवर छोटे लछमन से
मैं तो मांगू कुसल्या बरगी सास
ससुर राजा जसरथ से
मैं तो मांग अजुध्या जी का राज
तख्त बैठी हुकम करूं