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"नैन मिले तो सोना कैसा / रविकांत अनमोल" के अवतरणों में अंतर
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22:37, 25 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
नैन मिले तो सोना कैसा
अश्क बहाना, रोना कैसा
ये जीवन है खेल तमाशा
इसमें पाना, खोना कैसा
इस दौलत पर ख़ुश क्या होना
खो जाए तो रोना कैसा
दिल का सौदा दिल से कीजे
इसमें चाँदी-सोना कैसा