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"पीठ कोरे पिता-17 / पीयूष दईया" के अवतरणों में अंतर

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16:28, 28 अगस्त 2014 के समय का अवतरण

सिर्फ़ एक बार पलट कर पीछे देख लेने दो
यवनिका से

कुछ पता नहीं चल रहा
खखूरता मैं राख

टपटप
खडाऊं स्वर
टिमटिमाएंगे कभी

अबूझ संकेत बने जीवन के