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(नया पृष्ठ: दस ग्रंथो से टीपकर पुस्तक की तैय्यार । उस पुस्तक पर मिल गया पुरस…) |
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− | दस ग्रंथो से टीपकर पुस्तक की तैय्यार | + | {{KKRachna |
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12:05, 18 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण
दस ग्रंथो से टीपकर पुस्तक की तैय्यार ।
उस पुस्तक पर मिल गया पुरस्कार सरकार ॥
पुरस्कार सरकार लेखनी सरपट रपटे ।
सूझ-बूझ मौलिकता, भय से पास न फटके ॥
जोड़-तोड़ में कुशल पहुँच है ऊँची जिसकी ।
धन्य होय साहित्य बोलती तूती उसकी ॥