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12:00, 28 जनवरी 2008 का अवतरण


चांद का मुँह टेढ़ा है
रचनाकार गजानन माधव मुक्तिबोध
प्रकाशक भारतीय ज्ञानपीठ
वर्ष 1964
भाषा हिन्दी
विषय
विधा
पृष्ठ 296
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।