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"चलना-चलना सब कोउ कहैं हो / बघेली" के अवतरणों में अंतर

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बघेली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

चलना चलना सब कोउ कहैं हो
अरे चलना हंसी नहि खेल हो
चलन कहै।
अरे चलना वही सराहिये
कि बाबा बोलाई बड़ी दूर से हो
चलन कहें।