भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चप्पल पर भात / वीरेन डंगवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वीरेन डंगवाल |संग्रह=दुष्चक्र में सृष्टा / वीरेन डंगव...)
(कोई अंतर नहीं)

19:01, 12 जनवरी 2008 का अवतरण




किस्सा यों हुआ

कि खाते समय चप्पल पर भात के कुछ कण

गिर गए थे

जो जल्दबाज़ी में दिखे नहीं ।

फिर तो काफ़ी देर

तलुओं पर उस चिपचिपाहट की ही भेंट

चढ़ी रहीं

तमाम महान चिन्ताएँ ।