भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ससुरा से नइहर जाइबि / मोती बी.ए." के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मोती बी.ए. |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
|संग्रह= | |संग्रह= | ||
}} | }} | ||
− | {{ | + | {{KKCatGeet}} |
+ | {{KKCatBhojpuriRachna}} | ||
<poem> | <poem> | ||
ससुरा से नइहर जाइबि | ससुरा से नइहर जाइबि |
17:27, 20 मई 2015 के समय का अवतरण
ससुरा से नइहर जाइबि
कवन मुँह देखाइबि हो-
स्वामी डारि दीत नेह के नजरिया
त थेघ लागि जाइत हो।
जिउ धुनि धुनि काम करीलें
हुकुम बजाई ले हो-
स्वामी, लात-गारी मीलेला ईनाम
ईहे त सुख पाइले हो।
स्वामी डारि दीत...
हमरा बा जेकर आधार
ओही के जब विचार ई हो
स्वामी, केकरी भरोसे दिन काटबि
जिनगी बिताइबि हो।
स्वामी डारि दीत...
जब न अलम कवनो पाईबि
हम कहाँ जाइबि हो
स्वामी, लागल करेजवा में
अगिया के कइसे बुताइबि हो।
स्वामी डारि दीत...
ससुरा से नइहर जाइबि
कवन मुँह देखाइबि हो-
स्वामी डारि दीत नेह के नजरिया
त थेघ लागि जाइत हो।