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"एक पान का पत्ता / सूर्यकुमार पांडेय" के अवतरणों में अंतर

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05:28, 30 सितम्बर 2015 के समय का अवतरण

एक पान का पत्ता,
जा पहुँचा कलकत्ता।
पकड़े अपना मत्था,
मिला वहाँ पर कत्था।

आगे मिली सुपारी,
सबने की तैयारी।

पहुँचे फिर सब पूना,
लगा वहाँ पर चूना।