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"मच्छर का ब्याह / निरंकार देव सेवक" के अवतरणों में अंतर
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मच्छर बोला-‘ब्याह करूँगा
मैं तो मक्खी रानी से’
मक्खी बोली-‘जा-जा पहले
मुँह तो धो आ पानी से!
ब्याह करूँगी मैं बेटे से
धूमामल हलवाई के,
जो दिन-रात मुझे खाने को
भर-भर थाल मिठाई दे।’