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"ऊँट / सुधा चौहान" के अवतरणों में अंतर
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21:16, 4 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण
रोज़ सवेरे कितने ऊँट,
पीठ लाद ढेरांे तरबूज़।
धीरे-धीरे कहाँ चले,
जब पहुँचेंगे पेड़ तले-
गर्दन ऊँची कर खाएँगे,
कड़वी नीम चबा जाएँगे।
मालिक हाँकेगा जब उनको
बल-बल, बल-बल, गुस्साएँगे!