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"तोता-मैना / शिशुपाल सिंह 'निर्धन'" के अवतरणों में अंतर

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01:16, 7 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

तोते से बोली मैना,
बनवा दो हमको गहना।
देखो मना न कर देना,
साथ तुम्हारे है रहना।
चेन, अँगूठी लाना हार,
तब समझूँगी सच्चा प्यार।
तभी आ गया घर में चोर,
मैना लगी मचाने शोर।
तोता बोला-सुन मैना,
अब गहनों को मत कहना।