भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पूरी की पूरी लड़की: दो / हरप्रीत कौर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरप्रीत कौर |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

07:04, 16 अक्टूबर 2015 के समय का अवतरण

वह तुम्ळें उतना भर करेगी प्रेम
जितना भर बचा है
उसके पास

उम्र ढलने से पहले
वह छोड़ देगी तुम्ळें
तब किससे पूछोगे तुम
कब लौटेगी
वह पूरी की पूरी लड़की!