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"अली मियाँ / अनिरुद्ध उमट" के अवतरणों में अंतर

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08:16, 15 नवम्बर 2015 के समय का अवतरण

सीढियों पर चिड़िया के पंख
सूखी हड्डियाँ
लम्बी तानें

इस कदर निश्चल
जैसे
अली मियाँ आने को है

अपनी पतंग पर इन सबको
जगह देने को है

फिर सूखे तालाब में
उड़ाएंगे पतंग

और खुद कट जाएँगे