भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"छात-दोय / विनोद स्वामी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनोद स्वामी |संग्रह= मंडाण / नीरज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

21:34, 23 जनवरी 2016 के समय का अवतरण

म्हारै
साळ री छात
तीन बर पडग़ी।

अबकाळै
फेरूं पड़ूं-पड़ूं करै
म्हे फेरूं
कच्ची छात लगास्यां।