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"व्यक्ति बनाम तंत्र / अर्पण कुमार" के अवतरणों में अंतर
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02:10, 27 जनवरी 2016 के समय का अवतरण
वह बेहद कमजोर इंसान था
मगर कुछ परिस्थितियों के तहत
व्यवस्था उसके अनुकूल हो गई है
अब वह
सब पर शासन करना
चाहता है
मैं यह सब देख
और सोच रहा हूँ
उसे परास्त / चुप करने के लिए
पहले उसका तंत्र
दुर्बल करना होगा |