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"सामना सूरज से है / ओम प्रकाश नदीम" के अवतरणों में अंतर
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− | * [[ | + | * [[हवा बन कर तुम्हारी ख़ुश्बू को फैला दिया हमने / ओम प्रकाश नदीम]] |
− | * [[ | + | * [[क्या कहा मुश्किल में राहत का नहीं होता वजूद / ओम प्रकाश नदीम]] |
13:06, 27 जनवरी 2016 का अवतरण
दिया ख़ामोश है

रचनाकार | ओम प्रकाश नदीम |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | 2016 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | ग़ज़लें |
विधा | |
पृष्ठ | 100 |
ISBN | |
विविध |
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