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"तू जो मुझसे जुदा नहीं होता / गौतम राजरिशी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) छो ("तू जो मुझसे जुदा नहीं होता / गौतम राजरिशी" सुरक्षित कर दिया [edit=sysop:move=sysop]) |
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(कोई अंतर नहीं)
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10:37, 7 मार्च 2016 का अवतरण
तू जो मुझसे जुदा नहीं होता
मैं ख़ुदा से ख़फ़ा नहीं होता
ये जो कंधे नहीं तुझे मिलते
तो इतना तू बड़ा नहीं होता
सच की ख़ातिर न खोलता मुख गर
सर ये मेरा कटा नहीं होता
चांद मिलता न राह में उस रोज़
इश्क का हादसा नहीं होता
पूछते रहते हाल-चाल अगर
फ़ासला यूँ बढ़ा नहीं होता
छेड़ते तुम न गर निगाहों से
मन मेरा मनचला नहीं होता
होती हर शै पे मिल्कियत कैसे
तू मेरा गर हुआ नहीं होता
कहती है माँ, कहूँ मैं सच हरदम
क्या करूँ, हौसला नहीं होता