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"हमरोॅ तॅे सिन्दूरे गहना / संवेदना / राहुल शिवाय" के अवतरणों में अंतर

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सैंया जी जे होलै विदेशी,  
 
सैंया जी जे होलै विदेशी,  
होतै पैसा-कौड़ी बेसी,  
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होलै पैसा-कौड़ी बेसी,  
 
मतुर ई जीवन छै केहनाॅे,
 
मतुर ई जीवन छै केहनाॅे,
 
सोना लगतै छाउरोॅ जेहनाॅे,  
 
सोना लगतै छाउरोॅ जेहनाॅे,  

00:00, 13 मई 2016 के समय का अवतरण

नै भावै छै रूपया पैसा,
नै भावै छै कपड़ा-लत्ता,
नै चाहै छी पायल-झुमका,
नै चाहै छी हम मनटिक्का,
सबसेॅ बड़का ई जीवन मेॅ
एतने टा छै बात हे बहिना |
हमरोॅ तॅे सिन्दूरे गहना |

सैंया जी जे होलै विदेशी,
होलै पैसा-कौड़ी बेसी,
मतुर ई जीवन छै केहनाॅे,
सोना लगतै छाउरोॅ जेहनाॅे,
हमरा विरहा के आगिन में
जलना नै छै आबे बहिना |
हमरोॅ तेॅ सिन्दूरे गहना |

दोनाॅे गोटा घाॅेर चलैबै,
बच्चा केॅ भी खूब पढैबै,
दिनभर हम्मू मेहनत करबै,
घरबा केॅ अन-धन सॅे भरबै,
तोहीं बताबाॅे बिन मालिक के
लगतै की ई घरबा बहिना ?
हमरोॅ तॅे सिन्दूरे गहना |

रचनाकाल - 10 जून 2008