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"दाह नहीं है, शीतलता है / कृष्ण मुरारी पहरिया" के अवतरणों में अंतर

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01:00, 16 मई 2016 का अवतरण

दाह नहीं है, शीतलता है
मन छाया-छाया चलता है

सभी हौसले पस्त हो गए
लड़ने के, बदला लेने के
मौलिकता के, चमक दमक
अपनी नाव अलग खेने के

क्रान्ति और उकसाने वाली
भाषा का नाटक खलता है