भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ईश्‍वर / लैंग्स्टन ह्यूज़" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=लैंग्स्टन ह्यूज़ | }} Category:अंग्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(कोई अंतर नहीं)

22:52, 8 जुलाई 2016 का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: लैंग्स्टन ह्यूज़  » ईश्‍वर

मैं ईश्‍वर हूँ -
इस अनंत विश्‍व में
मित्रविहीन
अपनी पवित्रता में अकेला।
मेरे नीचे प्‍यारी धरती पर
युवा प्रेमी चहलकदमी कर रहे
पर मैं ईश्‍वर हूं -
मैं नीचे नहीं आ सकता।
वसंत!
जीवन प्‍यार है!
प्‍यार ही जीवन है!
मनुष्‍य होना बेहतर है
ईश्‍वर की तरह
अकेला होने से।