भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"भज मन राम नाम सुककारी / संत जूड़ीराम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संत जूड़ीराम |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
23:06, 28 जुलाई 2016 के समय का अवतरण
भज मन राम नाम सुककारी।
दुख दरिद्र ताप त्रय मोचन सोच सकल भय हारी।
वेद पुरान कुरान कितेवा अमित कथा विस्तारी।
तामा राम सजीव समाना मुनि जन करत निहारी।
भजन प्रभाव वेद जस गावत भुक्त-जुक्त अनुसारी।
मंगल रूप अनूप अलख गति निरगुन अजर बिहारी।
सुक संपत परवार बड़ाई दिन दस की उजयारी।
जूड़ीराम नाम बिन चीन्हे किन-किन विपत निवारी।