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"हवा में है वो अभी आसमान बाक़ी है / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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+ | करो हज़ार वार हमको डर नहीं लगता | ||
+ | लड़ेंगे ज़ुल्म से जब तक कि जान बाक़ी है। | ||
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+ | मेरे मोहसिन अकेले दम पे कुछ नहीं होगा | ||
+ | सुबह हुई है, पर उसकी अज़ान बाक़ी है। | ||
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12:55, 2 जनवरी 2017 के समय का अवतरण
हवा में है वो अभी आसमान बाक़ी है
अभी परिन्दों की ऊँची उड़ान बाक़ी है।
अभी तो उम्र के पन्ने पलट रहा है वो
अभी तो ज़िंदगी की दास्तान बाक़ी है।
नज़र में आपकी कंगाल हम भले ठहरे
हमारे पास अभी स्वाभिमान बाक़ी है।
बना लिया है चार-छै मकान शहरों में
अमीर हो गया सारा जहान बाक़ी है।
बड़ी अदा के साथ हुस्न ने ललकारा हे
अभी तो तीर है देखा, कमान बाक़ी है।
करो हज़ार वार हमको डर नहीं लगता
लड़ेंगे ज़ुल्म से जब तक कि जान बाक़ी है।
मेरे मोहसिन अकेले दम पे कुछ नहीं होगा
सुबह हुई है, पर उसकी अज़ान बाक़ी है।