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"शहर में साँप / 9 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय" के अवतरणों में अंतर

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साँप आरोॅ आदमी
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साँप
एक दिन
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डैंस के भागै छै
अन्जान घोॅर में चैल गेलै
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किंतु
साँप/बिना केकरोॅ डँसने लौट गेलै
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आदमी वहैं रहै छै
किन्तु/आदमी
+
ओकरो मरै तक
वै घोॅर में जहर छोॅड़ गेलै।
+
इन्तजार करै छै।
  
 
अनुवाद:
 
अनुवाद:
  
साँप और आदमी
+
साँप
एक दिन
+
डँस कर भागता है
अन्जाने घर में चला गया
+
किंतु
साँप/बिना किसी को डँसे लौट गया
+
आदमी वहीं रहता है
किन्तु आदमी
+
उसके मरने तक
उस घर में
+
इन्तजार करता है।
अपना जहर छोड़ गया।
+
 
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14:35, 1 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण

साँप
डैंस के भागै छै
किंतु
आदमी वहैं रहै छै
ओकरो मरै तक
इन्तजार करै छै।

अनुवाद:

साँप
डँस कर भागता है
किंतु
आदमी वहीं रहता है
उसके मरने तक
इन्तजार करता है।