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"खण्डहरमा परिणत घर / ज्ञानुवाकर पौडेल" के अवतरणों में अंतर

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गाउँलेका लागि किन हो कुन्नि
 
गाउँलेका लागि किन हो कुन्नि
 
टाढा धेरै टाढा यो शहर भएछ
 
टाढा धेरै टाढा यो शहर भएछ
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16:11, 5 मार्च 2017 के समय का अवतरण

खण्डहरमा परिणत घर भएछ
हताहत यहाँ धेरैको रहर भएछ

द्रौपदी लुटिँदा बीच बजारमै
अन्धो कृष्णजीको नजर भएछ

जनताले चुनेको जनताकै राजमा
जनताकै आवाज बे-असर भएछ

गाउँलेका लागि किन हो कुन्नि
टाढा धेरै टाढा यो शहर भएछ