भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"चक्र / गिरधर राठी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= गिरिधर राठी |संग्रह= निमित्त / गिरिधर राठी }} जितनी देर ...)
(कोई अंतर नहीं)

15:44, 24 मई 2008 का अवतरण

जितनी देर पी मैं ने शराब

कई जगह उगे सूर्य कई जगह डूब गए

उड़े वायुयान मिले दिल तारे टूट गए

पत्तियाँ लहराईं चट्टानें फिसलीं

लाशें हुईं दफ़्न


जितनी देर मैंने पी शराब