भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"दीठ / रचना शेखावत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रचना शेखावत |अनुवादक= |संग्रह=थार-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

08:09, 14 जून 2017 के समय का अवतरण

पल्लै राखी बांध्योड़ी
बा दीठ उण दिन री
नैणां रा च्यार आखरां में कैयोड़ी
रूंवां रा हजार कानां सूं सुण्योड़ी
जद खोली आ सौरम
बा बणगी बंधेज चूनड़ रो
अर छाबड़ियै पीळै रो
पल्लै राखी ही जकी दीठ।