भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पतंग / मनोज देपावत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज देपावत |अनुवादक= |संग्रह=थार-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

08:47, 14 जून 2017 के समय का अवतरण

धिन भाग है पतंग बणावणियै नै
धरती पर अेक चीज तो
ऐड़ी बणाई
जीं नै देख‘र नीचै आळा
घमंडीजै कै
ऊपर वाळै री डोर
नीचै वाळै रै हाथां में है।