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"लिछमी / हरीश हैरी" के अवतरणों में अंतर

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22:25, 27 जून 2017 के समय का अवतरण

नवी बीनणी
घर में आंवतै बगत
पगथळी में
धान सूं भरयोड़ै
कुल्हडिये रै
पग री ठोकर लगाई
खिंडेङै धान नै देख'र
लुगाईयां केवै ही
लिछमी आई है!