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"पहाड़ अर देवता / हरीश हैरी" के अवतरणों में अंतर
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लोग देवतावां नै
मनावण सारु
पहाड़ां माथै
जा चढ्या
देवता तो मानग्या
पहाड़ पण मान्या कोनी
पहाड़ा दाब मारया लोगां नै
देवता नेड़ै नी आया!