भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हथाई / हनुमान प्रसाद बिरकाळी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हनुमान प्रसाद बिरकाळी |अनुवादक= |...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:38, 27 जून 2017 के समय का अवतरण

जिण बाखळ
होंवती हथाई
बठै भींत है
जिण रै
ऐकै पासै रोवो-कूको है
ऐकै पासै गीत है
कुण है कोई रो
अब बठै मीत।