भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"राड़ रै ताण / मधु आचार्य 'आशावादी'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मधु आचार्य 'आशावादी' |संग्रह=अमर उ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:24, 28 जून 2017 के समय का अवतरण
खेत री जमीन खातर
लड़ पड़िया हा
दोनूं भाई
रामियो अर स्यामियो।
कोरट मांय कर दियो मुकदमो
ब्यावं-मरण खतम
भाईपै री बातां मांय
नीं रैयो दम।
गांव आळा नेताजी नै बुलायो
भायां रो दुखड़ो सुणायो
भाईपै खातर मांगी मदद
नेताजी हुयग्या त्यार
अलग-अलग बातां सूं
केई महीना काढया
भाई जावता,हाजरी बजावता
ग्यान री बातां सुण
थोड़ा महीनां बांद
भायां रो झोड़ मिटग्यो
पूरो खेत ई
नेताजी रै नांव हुयग्यो।