भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"राज रो कूड़ / मधु आचार्य 'आशावादी'" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मधु आचार्य 'आशावादी' |संग्रह=अमर उ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

12:28, 28 जून 2017 के समय का अवतरण

राज खातर
पांच साल हाका करिया
सड़कां माथै पड़िया रैया
लोगां नै गळै लगाया
हर पल मांय केई-केई
नूंवा सुपना दिखाया
लोगां नै भरोसो हुयग्यो
अै तो है म्हारा
वोट दे दिया सारा।
तीन बरस हुयग्या
वोट लेय ‘र गया हा
उणरै बाद
साम्हीं ई नीं आया है
मिलण जावां तो बतावै-
‘मीटिंग मांय है।‘
लारलै बारणै सूं आवै-जावै
हाजरिया कूड़ी कहाणी सुणावै।
साच है-
राज भलां-भलां नै
कूड़ा बणाय देवै।