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"बगत : तीन / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर

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16:12, 28 जून 2017 के समय का अवतरण

बगत माथै बाया
मोती नीपजै
कथ तो दियो
पण
नीपजता नीं देख्या।

बाया दाणां
बगत आयां
नीपज्या पण कांकरा
छेकड़
ओळाव ढूंढ्यो
बगतसर नीं होई
असाढ में बिरखा।

सांच लाध्यो
बगतसर बायां नीं
बगतसर होयां
नीपजै मोती!