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"म्हे तो हां झुणझुणियां भाया / मंगत बादल" के अवतरणों में अंतर
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10:06, 8 जुलाई 2017 के समय का अवतरण
म्हे तो हां झुणझुणियां भाया,
जिको बजासी बाजस्यां ।
म्हे बीं रा
बण जास्यां म्हां नै
जिको उठासी
बिलमावण री
कोसीस करांला
जिको बजासी
बीं रा ई गुण
गास्यां म्हे तो
जिण रै हाथ विराजस्याँ ।
कदे अठै अर
कदे बठै म्हे
कितरै हाथ बिक्या
थां री इच्छावां रै
सिर पर
म्हे भी घणा धिक्या
थे कैस्यो तो चुप बैठ्या हां
चाबी भरदियो भाजस्याँ ।