भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"टाबर / ॠतुप्रिया" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ॠतुप्रिया |अनुवादक= |संग्रह=सपनां...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
16:42, 8 जुलाई 2017 का अवतरण
टाबर
इस्कूल खुलै
तद रुणक बापरै
इस्कूलां री
नूंईं-नूंईं डे्रसां में
किलकारी मारता टाबर
हाँसता-खेलता टाबर
उछळता-कूदता टाबर
अमीर-गरीब
जात-पांत
अर चिंतावां संू दूर
जठै जावै टाबर
आपरी
सौरम फैलावै टाबर।